इस सत्र को प्रख्यात वक्ताओं, डॉ. पवन गुप्ता (संस्थापक आईकैनकेयर, निदेशक सर्जिकल आॅन्कोलॉजी मैक्स वैशाली), डॉ. नीता कुमार (वैज्ञानिक ई आईसीएमआर), सोनल भाटिया (एसी सदस्य इनर व्हील डिस्ट्रिक्ट-310) द्वारा दिया गया।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम डॉ. ए. गर्ग, निदेशक और डॉ. मनोज गोयल, संयुक्त निदेशक केआईईटी ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशन के अटूट और गतिशील नेतृत्व में केआईईटी ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस का प्रयास है।
कार्यक्रम की शुरूआत डॉ. अनिल अहलावत, डीन एकेडमिक्स द्वारा इसी विषय पर प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रमों के महत्व पर स्वागत भाषण के साथ हुई। सत्र में तंबाकू के दुरुपयोग से संबंधित सभी पहलुओं को शामिल किया गया जिसमें हानिकारक धूम्रपान को रोकने हेतु, गैर-तंबाकू धूम्रपान उत्पादों जैसे हर्बल सिगरेट और हर्बल बीड़ी के बारे अवगत कराया गया और साथ ही इसे बंद करने के लिए सहायता के रूप में विपणन किया गया था।
डॉ. पवन गुप्ता ने किशोरों के बीच ‘मादक द्रव्यों के सेवन’ पर विचार-विमर्श किया,वहीं दूसरी ओर डॉ. नीता कुमार ने कुछ परियोजनाओं का सुझाव दिया जिनका उपयोग तंबाकू के आदी व्यक्ति की मदद के लिए किया जा सकता है। मिनाक्सी अग्रवाल ने कैप और बैज वितरित किए और प्रतिभागियों को तंबाकू मार्शल के रूप में प्रेरित किया। कार्यक्रम का समापन डॉ. प्रवेश, प्रोफेसर ईसीई विभाग, अध्यक्ष, ‘एक प्रयास’ क्लब द्वारा सभी गणमान्य व्यक्तियों, प्रमुखों, संकाय सदस्यों और छात्रों को धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
केआयीइटी बहुत गंभीरता से मादक द्रव्यों के आ दी युवाओ की मदद के लिए काम कर रही है ताकि उनको सभी व्यसनों से दूर रखा जा सके- यदि कोई खतरा है तो उससे बचाया जा सके- इसमें हैंड होल्डिंग के लिए डॉ पवन की आयी कैनकेयर टीम के टूल्स इस्तेमाल करने के लिए सरहनीय प्रयास हुए- इन सभी प्रयासों में रिसर्च का काम भी हो- और ध्यान योग भी शामिल हो- तो बहुत अच्छा रहेगा – केआयीइटी के बायो मेडिकल इंजीनियरिंग इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के आविष्कार देखे- बहुत बढ़िया काम हो रहा है – IIT दिल्ली और icmr सहयोग से इन अविष्कारों का और विस्तार विकास अपेछित है